टाटा स्टील मास्टर्स - भारत से हरिकृष्णा करेंगे शिरकत
कोविड भले ही अभी भी हम सबकी ज़िंदगी मे अभी भी बना हुआ है पर इसकी वजह से रद्द हुए दुनिया भर के बड़े खेल आयोजन अब इसका सामना करते हुए पटरी पर लौटने लगे है कुछ पूरी तरह तो कुछ सांकेतिक तौर पर । खैर खबर ये है की वर्ष के सबसे बड़े सुपर ग्रांड मास्टर मुक़ाबले टाटा स्टील मास्टर्स का आयोजन भी होना तय कर दिया गया है और कभी विज्क आन जी के नाम से पहचाने जाने वाले इस शतरंज आयोजन का यह 83 वां संसकरण होगा । भारतीय शतरंज प्रेमियों के लिए अच्छी खबर यह है की भारत के ग्रांड मास्टर पेंटाला हरीकृष्णा इसमें भाग लेने जा रहे है इससे पहले वह वर्ष 2017 मे इस आयोजन का हिस्सा रह चुके है । प्रतियोगिता 15 जनवरी से 31 जनवरी तक चलेगा । पढे यह लेख
टाटा स्टील मास्टर्स शतरंज का आयोजन कोविड गइडलाइन का पालन करते हुए 15 जनवरी से 31 जनवरी तक किया जाएगा । ऑन द बोर्ड क्लासिकल शतरंज मे यह कोविड के बाद दूसरा सबसे बड़ा सुपर ग्रांड मास्टर टूर्नामेंट होगा । बड़ी बात यह है की इसके आयोजन की घोषणा के वक्त कुछ दिन पहले तक इसमें किसी भी भारतीय खिलाड़ी को शामिल नहीं किया गया था कारण साफ था भारत मे कोविड की वर्तमान स्थिति पर अजरबैजान के ममेद्यारोव के नाम वापस लेने के बाद इस समय यूरोप मे रह रहे ग्रांड मास्टर भारत के नंबर दो खिलाड़ी पेंटाला हरिकृष्णा को उनकी जगह प्रतियोगिता मे शामिल कर लिया गया और इस बात ने इस टूर्नामेंट को भारतीय प्रशंसको के लिए बेहद खास बना दिया है ।
पेंटाला हरिकृष्णा इससे पहले वर्ष 2017 मे इस आयोजन का हिस्सा रह चुके है और वह तब नौवे स्थान पर रहे थे तब वह नौवे स्थान पर रहे थे
2017 के उस टूर्नामेंट मे भारत के अधिबन भास्करन का इतिहासिक प्रदर्शन भी सबको याद होगा ही
आइये देखे कैसा होगा 2021 का लाइनअप
![](https://cbin.b-cdn.net/img/TA/tata steel 2021 players 1_NF4JB_1559x584.jpeg)
पहले तीन नाम मे विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन , विश्व नंबर 2 फबियानों करूआना और विश्व नंबर चार इयान नेपोंनियची का होना अपने आप मे इसे बड़ा आयोजन बनाता है
इसके बाद विश्व नंबर 4 मकसीम लागरेव , विश्व नंबर 11 अनीश गिरि और विश्व नंबर 18 अलीरेजा फिरौजा का होना इसे बेहद कठिन प्रतियोगिता बना रहा है
इसके बाद बारी आती है विश्व नंबर 19 जान डुड़ा , विश्व नंबर 22 हरिकृष्णा और विश्व नंबर 37 डेनियल डुबोव की जो अपने दिन किसी भी को मात दे सकते है
इसके बाद आन्द्रे एसीपेंकों और जॉर्डन वान जैसे युवा तो डेविड अंटोन जैसे अनुभवी खिलाड़ी को भी शामिल किया गया है
इसके बाद दो उभरती प्रतिभा नोरदिरबेक और आर्यन तारी के लिए इस टूर्नामेंट मे खोने को कुछ नहीं होगा सिर्फ पाने का कारण नजर आता है
फॉर्मेट - पहली 40 चालों के लिए 100 मिनट फिर अगली 20 चालों के लिए 50 मिनट और फिर बाकी बचे मैच के लिए 15 मिनट दिये जाएँगे और इस दौरान पहली चाल से ही 30 सेकंड प्रति चाल शामिल होंगे । इस तरह यह पूर्ण क्लासिकल मुक़ाबला खेल के स्तर को काफी ऊंचा उठा देगा जहां हमें शानदार मुक़ाबले देखने को मिलेंगे ।
पहले की तुलना मे इस बार कोविड के अनुसार बेहद ही अलग खिलाड़ियों के खेलने की टेबल और स्थान का इंतजाम किया गया है