फीडे यूथ में निहाल ,गुकेश, रक्षिता बने विश्व विजेता
फीडे ऑनलाइन विश्व कैडेट और यूथ शतरंज चैंपियनशिप के आज फाइनल और अंतिम दिन भारत वो अधिकतम मिला जिसकी उम्मीद सभी नें लगा रखी थी और भारत के निहाल सरीन , डी गुकेश और रक्षिता रवि नें क्रमशः विश्व अंडर 18 में अर्मेनिया के शांत सरगसयान , विश्व अंडर 14 में रूस के वोलोदर और विश्व बालिका अंडर 16 में चीन की सांग को मात देते हुए ऑनलाइन विश्व खिताब अपने नाम कर लिए और साथ ही भारत को आज के दिन तीन स्वर्ण पदक दिला दिये है । एक और खुशखबरी दी विश्व अंडर 10 का कांस्य पदक जीतकर मृणमोय नें ।निहाल और रक्षिता नें जहां सीधे दो मुकाबलों मे ही फाइनल जीता तो गुकेश को इसके लिए टाईब्रेक का सामना करना पड़ा । पढे यह लेख

विश्व यूथ और कैडेट शतरंज - भारत को मिले तिहरे विश्व ऑनलाइन चैम्पियन
निहाल रक्षिता और गुकेश बने ऑनलाइन विश्व यूथ चैम्पियन

भारत को यूं ही शतरंज का पावर हाउस नहीं कहा जाता यह बात एक बार फिर आज भारतीय युवा शतरंज खिलाड़ियों नें साबित कर दिया तनाव और कठिन परिस्थियों को पार करते हुए फीडे ऑनलाइन कैडेट और यूथ शतरंज में तीन वर्गो में फाइनल पहुँचने वाले तीनों खिलाड़ियों नें फाइनल जीतकर स्वर्ण पदक और विश्व खिताब हासिल कर लिए । वैसे तो कोविड के आने के बाद हर खेल को काफी नुकसान उठाना पड़ा है पर भारतीय शतरंज जगत को बहुत फायदा हुआ है । पहले ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड फिर एशियन नेशंस कप और अब यह विश्व खिताब भारतीय शतरंज की सफलता की कहानी कहते है ।
सबसे पहले रक्षिता नें जीता खिताब

सबसे पहले स्वर्ण पदक की खबर दी डबल्यूआईएम रक्षिता रवि नें उन्होने चीन की सॉन्ग युकसिन को 1.5-0.5 से पराजित करते हुए विश्व खिताब हासिल कर लिया । दोनों के बीच पहला मुक़ाबला ड्रॉ रहा और दूसरे में रक्षिता नें जीत दर्ज कर खेल का अंत कर दिया
फिर निहाल नें दिखाया कमाल

इसके बाद कमाल दिखाया और उन्होने अंडर 18 बालक वर्ग में एक बेहद तनाव भरे मैच में अर्मेनिया के शांत सरगसयान को 1.5-0.5 से मात देते हुए खिताब जीत लिया । चेसबेस इंडिया जूनियर टूर्नामेंट जीतने के बाद निहाल का यह लगातार दूसरा ऑनलाइन खिताब है और अगर बात करे विश्व खिताब की तो ऑनलाइन ओलंपियाड के बाद यह लगातार दूसरा विश्व स्वर्ण पदक है
गुकेश नें फिर दिखाया टाईब्रेक में दम

विश्व के दूसरे सबसे युवा ग्रांड मास्टर डी गुकेश नें अंडर 14 बालक वर्ग मे शानदार टाईब्रेक मुक़ाबला जीता उनके और रूस के मुरजिन वोलोदर के खितफ पहले दो मुक़ाबले कठिन स्थिति से ड्रॉ निकाले और उसके बाद टाईब्रेक अरमागोदेन मुक़ाबले को एकतरफा बनाते हुए जीत लिया और अब गए ऑनलाइन विश्व अंडर 14 चैम्पियन
हिन्दी चेसबेस इंडिया चैनल पर इस सभी मुक़ाबले का सीधा प्रसारण किया गया

भारत के 10 वर्षीय मृणमोय नें भी आज तीसरे स्थान के लिए हुए मुक़ाबले को जीतकर कांस्य पदक देश को दिला दिया और इस तरह भारत को कुल चार पदक हासिल हुए

 
                             
                             
                             
                             
                            